बंद करे

बुधौली मठ एवं 52 कोठी 53 द्वार

दिशा

बुधौली मठ

यह पकरीबराॅवा प्रखण्ड के बुधौली पंचायत के बुधौली गाॅव में स्थित है। यह मुख्य रूप से धर्म अध्यात्म और ज्ञान दर्शन का केन्द्र रहा है। इस मठ के अन्दर में एक बड़ा सा तलाब हैं, जहाॅ विश्व के सभी नदीयों का पानी लाकर इस तलाब में डाला गया है। बुधौली मठ 1800 ई0 का बना हुआ है। इस मध्य में आज भी एक सुन्दर सा दुर्गा मण्डप है। प्रत्येक नवरात्रा को यहाँ देवी की आराधना होती है। पूर्व में यहा 101 महात्मा और पूरोहीत आते रहे हैं|

52 कोठी 53 द्वार

यह पकरीबराॅवा प्रखण्ड के बुधौली पंचायत के बुधौली गाॅव में स्थित है। शिक्षा और धर्म के महत्वर्पूण केन्द्र के रूप में यह जिले में अपनी खास पहचान रखता है। इस मठ के अन्दर अरबो रूपायें की बहुमुल्य अष्ट धातु की प्रतिमाये रखी हुई है, इनमें भगवान, विष्णु, सीता, राम, शंकर, आदी की प्रतिमाएं है। इस मठ में देश के प्रथम राष्ट्रपति डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद, महात्मा गाॅधी,  अब्दुल गफार खां सरीखे बड़े महापुरूषों का आगमन हुआ है। डाॅ0 सूर्य प्रकाश पूरी के समय में मगध विष्वविद्यालय के लिए 250 एकड़ जमीन दान में दी गई इसी जमीन पर आज भी विश्वविद्यालय संचालित है। पकीरबराॅवा का ये दोना केन्द्र पर्यटन और ईतिहास के महत्व रखता हैं।

फोटो गैलरी

  • बुधौली मठ- पकरीबरवां
    बुधौली मठ, पकरीबरवां
  • बुधौली मठ
    बुधौली मठ, एक झरोखे से
  • शिव मंदिर
    शिव मंदिर, बुधौली

कैसे पहुंचें:

हवाई मार्ग द्वारा

नवादा से निकटतम हवाई अड्डा गया और पटना है। कोलकाता, दिल्ली, रांची, मुम्बई, वाराणसी, लखनऊ और काठमांडू से जाने के लिए गया से विभिन्न पालों और पटना से नियमित उड़ानें हैं।

ट्रेन द्वारा

नवादा सीधे लखिसराई और गया रेलवे स्टेशन के साथ जुड़ा हुआ है |

सड़क के द्वारा

नवादा पटना, गया, कोलकाता के साथ सड़क से जुड़ा हुआ है | यह स्थान नवादा बस पड़ाव से 29 कि.मी. की दुरी पर कादिरगंज होते हुए बुधौली ग्राम, पकरीबरावां प्रखंड में अवस्थित है |